Verification Code Kya Hota Hai?

नमस्कार दोस्तों अगर आप इंटरनेट से जुड़े हुए हैं या इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपने Verification Code के बारे में जरूर सुना होगा। वेरीफिकेशन कोड हमारी सुरक्षा में बेहद अहम योगदान निभाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि Verification Code Kya Hota Hai, वेरिफिकेशन कोड क्यों आता है, Verification Code का क्या इंपोर्टेंस है। 

Verification Code Kya Hota Hai

जिस तरह इंटरनेट ने हमारी दुनिया को अनेकों लाभ दिया है वही इंटरनेट में जरा सी गलती आपको भारी नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि हमारी सुरक्षा के लिए डेवलपर्स ने विभिन्न तरह के उपाय बनाए हैं जिसमें Verification Code भी उन्हीं उपाय में से एक है। तो आज हम इस पोस्ट में Verification Code के बारे में भी विस्तार से बताने जा रहे हैं।

Verification Code क्या है? 

Verification Code एक प्रकार का सिक्योरिटी प्रोटेक्शन कोड है जो इंटरनेट पर हैकर्स, रोबोट्स और स्पैमर्स से सुरक्षा प्रदान करने के लिए होता है। वेरीफिकेशन कोड हमारी सुरक्षा में अतिरिक्त लेयर प्रदान करके हमारे अकाउंट या इंफॉर्मेशन को दुरुपयोग होने से बचाता है। 

यह कोड हमारी यूजर की सत्यता की जांच करने में मदद करता है। यूजर की सत्यता जांच करने के लिए भेजा जाने वाला सुरक्षा कोड को ही Verification Code कहा जाता है। जो Pin या Number Code के फॉर्मेट में होता है। कई बार Verification Code को OTP के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। 

Verification Code की जानकारी प्राप्त कर लेने के बाद आइए जानते हैं कि Verification Code हमारी सुरक्षा में कैसे मदद करता है। 

Verification Code हमारी सुरक्षा में कैसे मदद करता है? 

जब भी किसी वेबसाइट या एप्लीकेशन पर Online Account बनाना या Password Reset या Modification करना चाहते है तो आपके मोबाइल नंबर या ईमेल की मांग की जाती है जिसपर पर एक सुरक्षा कोड भेजा जाता है। यह सुरक्षा कोड यूजर के सटीकता की पुष्टि करने के लिए होता है। 

उदाहरण के तौर पर आधार कार्ड कार्ड में किसी तरह के बदलाव या डाउनलोड करने के लिए Verification Code के द्वारा उम्मीदवार की असली पहचान होने की पुष्टि करता है तब जाकर उसने बदलाव या डाउनलोड करने की सुविधा प्रदान किया जाता है। असली यूजर की पुष्टि करने के लिए Verification Code आवश्यक नहीं रहे तो कोई भी व्यक्ति किसी के आधार कार्ड में बदलाव या डाउनलोड करके उसका गलत उपयोग कर सकता है। 

अगर वाकई में सही यूजर अपने अकाउंट में लॉगइन करना चाहता है तो वे उस Verification Code को दर्ज करके अकाउंट एक्सेस कर सकता है जो उसके पास Pin या Number Code के रूप में भेजा जाता है। जबकि वेरीफिकेशन कोड का ऑप्शन नहीं रहेगा तो हैकर और साइबर क्रिमिनल भी यूजर की अकाउंट को आसानी से एक्सेस कर सकते हैं। 

Varification Code का उदेश्य क्या हैं?

Verification Code का मुख्य उद्देश्य हैकर्स, कंप्यूटर Bots और स्पैमर से वेबसाइट और एप्लीकेशन को सुरक्षा प्रदान करना होता है। क्योंकि इस समय इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन साइबर क्राइम बढ़ता जा रहा है। साइबर क्राइम को रोकने में वेरिफिकेशन कोड अहम भूमिका था। 

  • वेबसाइट कम्प्यूटर Bots से सुरक्षित रखना
  • अकाउंट सिक्योर करना
  • Junk व spam comment से वेबसाइट या ऐप सुरक्षित करना
  • Computer Bots द्वारा भेजा email से website को सिक्योर करना
  • आनलाइन पॉलिंग में spamming से बचाना

Verification Code Importance 

Verification Code की इंपोर्टेंस इसी बात से समझी जा सकती है इंटरनेट पर उपलब्ध सभी वेबसाइट और एप्लीकेशन जो यूजर से जानकारी की मांग करता है वे इसे आवश्यक स्टेप बना दिया है। बिना Verification Code के यूजर खुद भी अकाउंट एक्सेस नही कर सकता है। 

इस कोड का मकसद यूजर की पहचान की पुष्टि करके सुरक्षा प्रदान करना होता है। इससे पता चलता है कि इंफॉर्मेशन प्राप्त करने वाले व्यक्ति उस अकाउंट या उस इंफॉर्मेशन का असली हकदार है। 

अगर Verification Code नही रहेगा तो आपके सोशल मीडिया अकाउंट्स, बैंक अकाउंट, आधार कार्ड, पैन कार्ड या वोटर आई कार्ड के आईडी और पासवर्ड किसी को पता चल जाए तो वह उसका एक्सेस आसानी से करके आपको पैसे या अन्य तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए Verification Code का इंपोर्टेंस लगातार बढ़ता जा रहा है। आसान भाषा में कहें तो इंटरनेट से सुरक्षा प्रदान करने में Verification Code दूसरे Layer के रूप में काम करता है। 

Verification Code कब-कब प्राप्त हो सकता है? 

सामान्य तौर पर दैनिक इस्तेमाल (Day To Day) में Verification Code दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है। कुछ स्थितियों में Verification Code की मांग किया जाता है जिसके बारे में नीचे दर्शाया गया है। 

Create New Account – जब भी आप इंटरनेट पर ऑनलाइन अकाउंट बनाते हैं तो Identity की पुष्टि करने के लिए Verification Code दर्ज करना होता है ताकि वह पुष्टि कर सके कि अकाउंट Spammers या Computer Bots तो नहीं बना रहा है। 

Password Reset – यदि आप किसी भी अकाउंट का पासवर्ड भूल जाते हैं और पासवर्ड रिसेट करने का प्रयास करते हैं तो इस स्थिति में Verification Code दर्ज करने की आवश्यकता पड़ती है। 

New Device Sign In Process – अगर आप किसी भी अकाउंट को अन्य दूसरे डिवाइस में लॉगिन करने का प्रयास करेंगे तो Verification Code की आवश्यकता पड़ता है। 

Two Step Verification – यह प्रोसेस सोशल मीडिया अकाउंट और बैंक से संबंधित कार्य में ज्यादातर प्रयोग होता है जिसमें अकाउंट लॉगआउट करने के बाद पुनः लोगिन करने पर Verification Code दर्ज करना पड़ता है।

Verification Code कैसे  सुरक्षित (Secure) होता है? 

Verification Code हमेशा असली यूजर के मोबाइल नंबर या ईमेल पर भेजा जाता है। हैकर्स, कंप्यूटर Bots, स्पैमर्स अक्सर User ID और Password ही हैक कर सकते है और वे आईडी पासवर्ड की मदद से ही एकाउंट एक्सेस करने का प्रयास करते है। 

हैकर्स Verification Code (जो असली यूजर के पास होता है) को कभी भी हैक नही कर सकता है। जिससे वह अकाउंट के प्रवेश कर पाए। इसलिए Verification Code को सबसे ज्यादा सिक्योर माना जाता है। 

Google Verification Code Kya Hai? 

गूगल के किसी भी प्लेटफार्म पर अकाउंट बनाने, पासवर्ड रिसेट करने या न्यू डिवाइस पर लॉगइन करते समय आपके ईमेल या मोबाइल नंबर पर सही यूजर की पहचान जांच करने के लिए एक ओटीपी या नंबर कोड भेजा जाता है। जिसे Google Verification Code कहा जाता है?

Verification Code से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न- Verification Code का क्या मतलब होता है?

उत्तर:  इंटरनेट पर Online किसी भी अकाउंट को बनाने या पासवर्ड रिसेट करने में यूजर की Identity पुष्टि करने के लिए एक सुरक्षा कोड दिया जाता है उसे Verification Code कहा जाता है।

प्रश्न- Verification Code क्यों आता है?

उत्तर: Verification Code यूजर की असली पहचान को प्रमाणित करने के लिए आता है।

प्रश्न- वेरीफिकेशन कोड कितने अंको का होता है?

उत्तर: सामान्यता Verification Code 4 से 6 अंकों का होता है जो अधिकतर Number के फॉर्मेट में होता है।

प्रश्न- क्या WhatsApp बनाने या LogIn करने में Verification Code की जरूरत होती है

उत्तर: जी हां, WhatsApp पर नए अकाउंट या पुराने अकाउंट में पुनः लोगिन करने के लिए वेरीफिकेशन कोड दर्ज करना आवश्यक होता है। बिना Verification Code के व्हाट्सएप का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।

प्रश्न- क्या Verification Code किसी अन्य व्यक्ति के साथ शेयर कर सकते हैं?

उत्तर: जी नहीं, Verification Code को दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर करने पर आपको बहुत बड़ा नुकसान चुकाना पड़ सकता है। इसलिए भूल कर भी ओटीपी या Verification Code दूसरे के साथ शेयर ना करें।

प्रश्न- OTP और Verification Code में क्या अंतर है?

उत्तर: OTP और Verification Code एक ही होते है।

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